कफ़ील ख़ान को हाईकोर्ट से मिली ज़मानत, तुरंत रिहा करने का आदेश

अदालत ने अपने फ़ैसले में कहा, "डॉक्टर कफ़ील ख़ान का भाषण किसी तरह की नफ़रत या हिंसा को बढ़ावा देने वाला नहीं था, बल्कि यह लोगों के बीच राष्ट्रीय एकता का आह्वान था."

from BBC News हिंदी - भारत https://ift.tt/32Pgeme
via

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दीप्ति नवल: बलराज साहनी के ऑटोग्राफ़ से यूं हुई फ़िल्मी सपनों की शुरुआत

दीप्ति नवल ने 1979 में फ़िल्म 'एक बार फिर' से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत. इसमें उन्होंने एक ऐसी महिला की भूमिका निभाई थी, जो अपने ...