आम्बेडकर: रात भर क़िताबें पढ़ते और फिर सवेरे अख़बारों में रम जाते - विवेचना

आज भीमराव आम्बेडकर की 130वीं जयंती है. इस मौक़े पर उनके मानवीय पक्ष पर रोशनी डाल रहे हैं रेहान फ़ज़ल.

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भारत का एक शहर, कचरा लाइए और भरपेट टेस्टी खाना खाइए

पहली बार में सुनकर तो यही लगता है कि कचरे के बदले में कोई आपको भरपेट खाना क्यों देगा? लेकिन यह सच है. लोग कचरे के बदले टेस्टी खाना खा रहे है...