अगले जन्म में भी ‘एडिटर’ बनना पसंद करते विनोद मेहता

विनोद मेहता का मानना था कि पत्रकारों को राजनेताओं से दोस्ती नहीं करनी चाहिए. उनका कहना था कि आप अपने दोस्तों के बारे में निष्पक्ष होकर नहीं लिख सकते.

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