औरंगज़ेब को अंत तक चैन से नहीं बैठने दिया था शिवाजी ने- विवेचना

छत्रपति शिवाजी की 393वीं जयंती पर रेहान फ़ज़ल नज़र डाल रहे हैं उनके जीवन के दिलचस्प पहलुओं पर विवेचना में.

from BBC News हिंदी - भारत https://ift.tt/fMDKN3o
via

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दीप्ति नवल: बलराज साहनी के ऑटोग्राफ़ से यूं हुई फ़िल्मी सपनों की शुरुआत

दीप्ति नवल ने 1979 में फ़िल्म 'एक बार फिर' से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत. इसमें उन्होंने एक ऐसी महिला की भूमिका निभाई थी, जो अपने ...