‘जॉइंट थेरेपी’ क्या है, जो आमिर ख़ान अपनी बेटी के साथ ले रहे हैं

दो लोगों का आपस में चाहे कैसा भी रिश्ता हो, दूरियां आ जाती हैं. संवाद टूट जाता है. नतीजा ये होता है कि दिन-ब-दिन ये रिश्ता ख़राब होता जाता है. इसका समाधान जॉइंट थेरेपी में ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे हैं आमिर ख़ान और उनकी बेटी.

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