ऋचा घोष की कहानी, जिनका विस्फोटक अंदाज़ पापा की एक सीख से है प्रेरित

मानवेंद्र घोष खुद भी क्लब स्तर के क्रिकेटर रहे हैं. वह जब क्लब में अभ्यास करने जाते थे, तो चार साल की उम्र से ही ऋचा को भी साथ ले जाने लगे क्योंकि अन्य खिलाड़ियों के बच्चे भी आते थे.

from BBC News हिंदी https://ift.tt/MIYo5HB
via

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

इंडिगो संकट से हुई लोगों की परेशानियों का सही मुआवज़ा क्या है? - द लेंस

परेशानियों के बीच इंडिगो ने माफ़ी मांगी, लोगों ने ग़ुस्सा निकाला, शासन-प्रशासन की तत्परता सवालों के घेरे में आई. इसी से जुड़े कई सवाल भी हैं...